भीषण गर्मी-उमस के बीच बारिश ने दी थोड़ी राहत बदला मौसम का मिजाज,कभी धूप कभी छाया -तापमान में भी गिरावट,उमस ने बनाए रखा अपना प्रकोप

 

उज्जैन। पिछले 10 दिनों से भीषण गर्मी और लू के थपेड़ो से झुलस रहे आमजन को रविवार को मौसम ने थोडी राहत दी है। मानसून आने के पूर्व मौसम का मिजाज बदला है। दिन भर में कभी धूप कभी बादलों की छाव से यह राहत रही है। वैसे उमस का प्रकोप बरकरार रहा है। हल्की राहत की यह स्थिति एक दिन पूर्व हुई बारिश की वजह से बनी है।

रविवार को मौसम में सुबह से ही बदलाव के हाल बने रहे। इस बीच कुछ कुछ देर में बादलों की ओट से निकलकर सूर्य ने अपना प्रकोप दिखाया और गर्मी की दस्तक देकर फिर से बादलों की ओट में चला गया। बादल होने से उमस की स्थिति ज्यादा रही। हवा के कमजोर रहने से भी उमस भडकी रही। शासकीय जीवाजी वेधशाला से जारी विज्ञप्ति के अनुसार रविवार को न्यूनतम तापमान एक दिन पूर्व की अपेक्षा करीब 2 डिग्री गिरावट के साथ 25.0 डिग्री एवं अधिकतम तापमान भी करीब इतनी ही गिरावट के साथ 37.0 डिग्री दर्ज किया गया। इस दौरान सुबह आर्द्रता 75 एवं शाम को 47 प्रतिशत दर्ज की गई । सुबह 4 किलोमीटर प्रति घंटे एवं शाम को 6 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से चली हवा भी उमस से राहत नहीं दे सकी है।

मानसून गतिविधि बढी-

प्री-मानसूनी गतिविधियों की शुरुआत हो चुकी है और अगर यही रफ्तार रही तो इस बार समय

पर मानसून दस्तक दे सकता है। बता दें कि इस बार देश में मानसून अपने समय से 08 दिन पहले ही आ गया था। महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ समेत कई राज्यों में यह तय समय से पहले पहुंच गया। इसके चलते अनुमान था कि मध्यप्रदेश में यह जून के पहले सप्ताह में ही आ जाएगा। लेकिन, पिछले 15 दिन से मानसून महाराष्ट्र-छत्तीसगढ़ में ही ठहरा रहा। इस वजह से एमपी में इसकी एंट्री नहीं हो पाई। हालांकि, अब मानसून आगे बढ़ने लगा है। इसलिए अब यह प्रदेश में 15-16 जून तक पहुंच सकता है। बता दें कि एमपी में मानसून के प्रवेश की सामान्य तारीख 15 जून ही है। पिछले साल यह 21 जून को आया था।

आजकल में प्रदेश में एक्टिव होने के आसार-

पिछले कई दिनों से महाराष्ट्र-छग में ठहरा मानसून ने फिर से रफ्तार पकड़ी है। उम्मीद जताई जा रही है कि 15-16 जून तक मानसून मध्यप्रदेश में प्रवेश कर लेगा। मध्यप्रदेश में मौसम के दो रंग देखने को मिल रहे हैं। कहीं भीषण गर्मी तो कहीं तेज आंधी-बारिश का दौर जारी है। शनिवार को भी प्रदेश के कई जिलों में दो तरह का मौसम देखने को मिला। कहीं जोरदार बारिश है तो कहीं भीषण गर्मी के हाल हैं। भारत मौसम विज्ञान केंद्र भोपाल के वैज्ञानिक डॉ. अरुण शर्मा ने बताया कि दो से तीन तरह की स्थितियां बनने से एमपी के कई जिलों में रविवार से बारिश की संभावना है। बारिश का दौर दो से तीन दिन रहेगा। उपरी हवा का एक चक्रवाती सिस्टम उत्तर-पश्चिमी राजस्थान पर सक्रिय है। यह सिस्टम एक ट्रफ के रूप में उत्तर-पश्चिमी राजस्थान से मध्य प्रदेश और विदर्भ होते हुए मराठवाडा तक समुद्र तल से 0.9 किलोमीटर ऊंचाई तक फैला है। दो दिनों के दौरान प्रदेश के अन्य जिलों के साथ उज्जैन में हल्की तेज बारिश होने की संभावना है। इस दौरान हवा की रफ्तार 40 से 60 किलोमीटर प्रतिघंटा तक हो सकती है।

 

 

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